Maiya Samman Yojana 2025: हेमंत सरकार घर-घर पहुँचा रही योजना, लाभ के लिए महिलाओं की लग रही लंबी कतार
Maiya Samman Yojana 2025 झारखंड सरकार ने महिलाओं के सम्मान, सुरक्षा और आर्थिक सशक्तिकरण के उद्देश्य से शुरू की गई मइया सम्मान योजना को ज़मीनी स्तर पर तेजी के साथ लागू करना शुरू कर दिया है। सरकार द्वारा डोर-टू-डोर कैंपेन, पंचायतों में विशेष शिविर और महिला समूहों के सहयोग से यह योजना सीधे ग्रामीण महिलाओं तक पहुँच रही है। इसी वजह से हाल के दिनों में कई जिलों में महिलाओं की लंबी कतारें देखने को मिल रही हैं, जहाँ वे योजना के लाभ और आवेदन प्रक्रिया के बारे में जानकारी ले रही हैं।
मइया सम्मान योजना क्या है?
इस योजना के तहत झारखंड सरकार महिलाओं के सम्मान, सुरक्षा और स्वावलंबन को मजबूत करने के लिए आर्थिक सहायता और विभिन्न सामाजिक लाभ प्रदान करती है। यह पहल विशेष रूप से ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों की महिलाओं के लिए बनाई गई है।
सरकार का “लोगों के द्वार पर सरकार” मॉडल अब इस योजना पर भी लागू किया गया है।
अधिकारी और महिला स्वयं सहायता समूह घर-घर जाकर महिलाओं को योजना की जानकारी दे रहे हैं।
बढ़ती जागरूकता के कारण अब महिलाएँ खुद इस योजना का लाभ लेने के लिए कैंपों में पहुंच रही हैं।
पंचायत स्तर पर आयोजित कैंप में बड़ी संख्या में महिलाओं की उपस्थिति, योजना की लोकप्रियता का बड़ा संकेत बन चुकी है।
योजना के प्रमुख लाभ
महिलाओं के लिए सम्मान-आधारित सहायता
समाज में सुरक्षा और बराबरी को बढ़ावा
ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता अभियान
महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना
सरकारी सेवाओं तक सरल और पारदर्शी पहुँच
कौन ले सकता है लाभ? (पात्रता)
झारखंड राज्य की स्थायी महिला निवासी
आर्थिक रूप से कमजोर या निम्न आय वर्ग से संबंधित
विधवा, परित्यक्ता एवं जरूरतमंद महिलाएँ प्राथमिक लक्ष्य
महिला स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाएँ भी पात्र
Maiya Samman Yojana कैसे करें आवेदन? (स्टेप-बाय-स्टेप प्रक्रिया)
अपने पंचायत भवन या जिले के महिला विकास कार्यालय में जाएँ
चल रहे शिविर की तिथि पता करें
आवश्यक दस्तावेज साथ ले जाएँ:
आधार कार्ड
बैंक पासबुक
आवास प्रमाण
पासपोर्ट साइज फोटो
आवेदन फॉर्म भरकर जमा करें
सत्यापन पूरा होने के बाद महिलाओं को योजना का लाभ प्रदान किया जाता है
निष्कर्ष
“मइया सम्मान योजना” झारखंड सरकार की उन महत्वपूर्ण पहलों में से एक है जो महिलाओं को न केवल आर्थिक सहारा देती है, बल्कि उन्हें समाज में समानता और सम्मान से जीने की शक्ति भी प्रदान करती है। घर-घर पहुंचने वाले अभियान ने इसे हर महिला तक पहुँचाने का रास्ता आसान कर दिया है।
